CLASS 11 GEOGRAPHY MODEL SET 1 TERM 2 EXAM 2022 SOLUTIONS BY ALOK SIR 

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JAC BOARD CLASS 11 GEOGRAPHY SET 1 


 1. अरब सागर में गिरने वाली दो नदियों के नाम लिखें।

उत्तर:-भारत की नर्मदा और ताप्ती नदियाँ

2. क्षेत्रफल की दृष्टि से सबसे बड़ा भारतीय राज्य कौन है।

उत्तर:-राजस्थान

3. अपवाह तंत्र किसे कहते हैं?

उत्तर:-निर्धारित मार्ग से होने वाले जलीय प्रवाह को 'अपवाह' कहते हैं तथा जलीय प्रवाह के जाल को 'अपवाह प्रणाली' कहते हैं।

4. बांगर क्या है?

उत्तर:-बांगर - ये पुरानी जलोढ़ मिट्टि वाले भू-भाग है। इस प्रकार की जलोढ़ के लगतार एकत्रित होने पर छज्जे जैसी संरचना बन जाती है, जो बाढ़ प्रभावी मैदान के स्तर जितनी ऊपर उठ जाती है। कंकरो के संरक्षण के कारण यह जगह प्रायः अनुर्वर रहती है। खादर - नवीनतम और बाढ़ मैदानों का युवा संग्रहण खादर कहलाता है।


5. भारत की अक्षांशीय एवं देशांतरीय विस्तार लिखें।

उत्तर:-भारत की अक्षांशीय विस्तार -23°30′ उत्तरी अक्षांश

भारत की देशांतरीय विस्तार-68°7′ पूर्व देशांतर से 97°25′ पूर्व देशांतर के मध्य है. |


6. सारंगैसो सागर क्या है?

उत्तर:-सारगैसो सागर (अंग्रेजी :Sargasso Sea) उत्तरी अटलांटिक महासागर में २०° से ४०° उत्तरी अक्षांशों तथा ३५° से ७५° पश्चिमी देशान्तरों के मध्य चारों ओर प्रवाहित होने वाली जलधाराओं के मध्य स्थित शांत एवं स्थिर जल के क्षेत्र को सारगैसो सागर कहा जाता है।


7. 'जल संभर' से आप क्या समझते हैं ?

उत्तर:-जलसंभर या द्रोणी उस भौगोलिक क्षेत्र को कहते हैं जहाँ वर्षा अथवा पिघलती बर्फ़ का पानी नदियों, नहरों और नालों से बह कर एक ही स्थान पर एकत्रित हो जाता है। उस स्थान से या तो एक ही बड़ी नदी में पानी जलसंभर क्षेत्र से निकास कर के आगे बह जाता है, या फिर किसी सरोवर, सागर, महासागर या दलदली इलाक़े में जा के मिल जाता है।


8. पृथ्वी को नीला ग्रह क्यों कहा जाता है?

उत्तर:-पृथ्वी की दो-तिहाई सतह पानी से ढकी हुई है। इसलिए इसे नीला ग्रह कहा जाता है। अंतरिक्ष से देखने पर पृथ्वी नीले रंग की ही दिखाई पड़ती है।


9. पारिस्थितिकी से आप क्या समझते हैं?

उत्तर:-पारिस्थितिकी (अंग्रेज़ी:इकोलॉजी) जीवविज्ञान व भूगोल की एक शाखा है जिसमें जीव समुदायों का उसके वातावरण के साथ पारस्परिक संबंधों का अध्ययन करतें हैं। प्रत्येक जन्तु या वनस्पति एक निशिचत वातावरण में रहता है।


10. जैवमंडल से आपका क्या तात्पर्य है?

उत्तर:-जैवमण्डल पृथ्वी के चारों तरफ व्याप्त ३0 किमी मोटी वायु, जल, स्थल, मृदा, तथा शैल युक्त एक जीवनदायी परत होती है, जिसके अंतर्गत पादपों एवं जन्तुओं का जीवन सम्भव होता है। सामान्यतः जैवमण्डल में पृथ्वी के हर उस अंग का समावेश है जहाँ जीवन पनपता है।


11. नदियों के किन्ही पांच महत्व को लिखे।

उत्तर:-नदियों के पांच महत्व निम्नलिखित है:-

1)नदियाँ खेती के लिए लाभदायक उपजाऊ जलोढ़ मिट्टी का उत्तम स्त्रोत होती हैं।

2)नदियां न केवल जल प्रदान करती है बल्कि घरेलू एवं उद्योगिक गंदे व अवशिष्ट पानी को अपने साथ बहकर ले भी जाती है।

3)बड़ी नदियों का उपयोग जल परिवहन के रूप मे भी किया जा रहा है।

4)नदियों में मत्स्य पालन से मछली के रूप मे खाद्य पदार्थ भी प्राप्त होते हैं।

5)नदियां लोगों को रोजगार भी प्रदान करती हैं जैसे कि मछली पालन का रोजगार और नौका विहार का रोजगार इत्यादि


12. बांगर एवं खादर में अंतर स्पष्ट करें।

उत्तर:-बांगर एवं खादर में अंतर:-

बांगर - ये पुरानी जलोढ़ मिट्टि वाले भू-भाग है। इस प्रकार की जलोढ़ के लगतार एकत्रित होने पर छज्जे जैसी संरचना बन जाती है, जो बाढ़ प्रभावी मैदान के स्तर जितनी ऊपर उठ जाती है। कंकरो के संरक्षण के कारण यह जगह प्रायः अनुर्वर रहती है ।

खादर - नवीनतम और बाढ़ मैदानों का युवा संग्रहण खादर कहलाता है। लगभग हर वर्ष इसकी मिट्टि बदलती रहती है। अतः यह उपजाऊ और प्रचुर पैदावार के लिए उपयुक्त है।


13. समुद्री जल की लवणता से आप क्या समझते हैं?

उत्तर:-लवणता समुद्री जल का महत्त्वपूर्ण गुण है। 24.7 0/ 00 की लवणता को खारे जल को सीमांकित करने की उच्च सीमा माना गया है। समुद्री जल की लवणता लगभग 35 प्रति हजार है। अर्थात् समुद्र के एक हजार ग्राम जल में लगभग 35 ग्राम लवण होता है।


14. बायोम क्या है?

उत्तर:-जैवक्षेत्र या जीवोम (अंग्रेज़ी: biome: बायोम) धरती या समुद्र के किसी ऐसे बड़े क्षेत्र को बोलते हैं जिसके सभी भागों में मौसम, भूगोल और निवासी जीवों (विशेषकर पौधों और प्राणी) की समानता हो।


15. पारिस्थितिकी संतुलन क्या है? इसके असंतुलन को रोकने के महत्वपूर्ण उपायों की चर्चा करें।

उत्तर:-पारिस्थितिक तंत्र की स्थिरता में प्रत्येक जीव और अजैविक घटक की अपनी भूमिका होती है। पारिस्थितिक संतुलन, एक आवास या पारिस्थितिकी तंत्र में जीवों के एक समुदाय के भीतर एक गतिशील संतुलन को कहते है। 


पारिस्थितिक संतुलन की विशेषताएं निम्नलिखित हैं:

1)पारिस्थितिक तंत्र में प्रजातियों की संख्या स्थिर रहती हैअतार्थ ना ही किसी प्रजातियों की संख्या ज्यादा होती है जिससे दूसरे प्रजीतिया विलुप्त हो जाये। 

2)वनस्पतियों की विविधता स्थिर रहे या बढ़ती रही। 

3) पानी, मिट्टी, वायु और खनिजों जैसे अजैविक घटकों की गुणवत्ता में कमी ना हो ।

4)उदाहरण के लिए, घास के मैदानों में, घास के विकास को रोकने के लिए बड़ी संख्या में शाकाहारी होते हैं और पर्याप्त संख्या में [लेकिन शाकाहारी से कम] मांसाहारी होते हैं जिससे पारिस्थितिक तंत्र का संतुलित विकास बनी रहे और जैविक और अजैविक घटक के बीच अन्तः क्रिया जारी रहे।


16. भारत के प्रमुख भौतिक विभागों के नाम लिखें और इनमें से किसी एक का विस्तृत वर्णन करें।

उत्तर-भारत के प्रमुख भौतिक विभागों के नाम:-

1. हिमालय का पर्वतीय प्रदेश

2. उतरी मैदान

3. प्रायद्वीपीय पठार

4. भारतीय मरुभूमि

5. समुद्र तटीय मैदान 6. द्वीप समूह

समुंद्र तटीय मैदान: भारत का प्रायद्वीपीय पठार पूरब और पश्चिम में पतले समुंद्र तटीय मैदान से घिरा है। पश्चिम तटीय मैदान एक पतली पट्टी है जो अरबसागर के साथ-साथ फैला हुआ है तथा इसके पूरब में पूर्वी घाट अवस्थित है। इस पश्चिमी तटीय मैदान का उतरी भाग कोंकण ( मुम्बई से गोवा) कहलाता है। मध्यवर्ती भाग कन्नड़ तथा दक्षिणी भाग मालावार तट कहलाता है। • बंगाल की खाड़ी के साथ विस्तृत मैदान चौड़ा एवं समतल है। उतरी भाग में इसे उतरी सरकार कहा जाता है जबकी दक्षिणी भाग को कोरोमण्डल तट के नाम से जाना जाता है।


17. मृदा अपरदन क्या है? इसके रोकथाम के उपाय बताएं।

उत्तर:-

मृदा अपरदन-भूमि की ऊपरी सतह है पानी या हवा के कारण एक जगह से दूसरी जगह चली जाती है जिसे मृदा अपरदन या मिट्टी का कटाव कहते हैं.

मृदा अपरदन के रोकथाम के उपाय

समोच्य रेखिए जुताई • सीढ़ीनुमा (सोपानी) कृषि:- ...

सीढ़ीनुमा कृषि • घास की पट्टियां ...

फसलों के बीच घास की पेट्टी • वृक्षारोपण ...

वृक्षारोपण • पेड़ों की रक्षक मेखला ...

पेड़ों की रक्षक मेखला • अति पशुचारण पर नियंत्रण ...

अति पशुचारण पर नियंत्रण • बांध बनाना


18. उत्तर भारतीय नदियों की महत्वपूर्ण विशेषताएं क्या है? ये प्रायद्वीपीय नदियों से किस प्रकार भिन्न है?

उत्तर:-(i) उत्तर भारतीय नदियों की महत्त्वपूर्ण विशेषताएँ निम्न प्रकार से हैं :-

उत्तरी भारत की अधिकांश नदियां हिमालय पर्वत से ही निकलती है। यह नदियां बर्फीली पर्वतों से निकलने के कारण वर्ष भर बहती हैं। कई नदियां हिमालय पर्वत से भी पुरानी है । पर्वतीय भागों में अनेक तंग गहरी घाटियां बनाती है, परंतु मैदानी भाग में निक्षेप का कार्य अधिक करती हैं। इन नदियों द्वारा निक्षेप से ही विशाल मैदान का निर्माण हुआ है। उत्तरी मैदान को गंगा का वरदान कहा जाता है। उसकी मैदान की नदियां पश्चिम में पंजाब से लेकर पूर्व में असम तक बहती हैं। इसकी मुख्य नदियां हैं सिंधु, गंगा तथा ब्रह्मपुत्र

उत्तर भारतीय की नदियां प्रायद्वीपीय नदियों से निम्न प्रकार से भिन्न हैं:उत्तरी भारत की नदियां अधिक लंबी हैं जबकि प्रायद्वीप की नदियां इतनी अधिक लंबी नहीं है।

उत्तरी भारत की नदियों की संख्या अधिक है पर प्रायद्वीप की नदियों की संख्या कम है।

उत्तरी भारत की नदियों के बेसिन काफी बड़े हैं तथा अपवहन क्षेत्र बहुत बड़े हैं पर प्रायद्वीप की नदियों के बेसिन तथा अपवहन क्षेत्र छोटे हैं।

• उत्तर भारत की नदियां बारहमासी नदियां हैं जबकि प्रायद्वीप की नदियां मानसूनी नदियां हैं।

• उत्तर भारत की नदियां गहरे गार्ज बनाती हैं जबकि प्रायद्वीप की नदियां उथली घाटियों में बहती है। उत्तर भारत की नदियां पूर्ववर्ती नदियां हैं जबकि प्रायद्वीप की नदियां अनुवर्ती नदियां हैं। (ii) हिमालय के गिरिपद के साथ-साथ हरिद्वार से सिलीगुड़ी तक यात्रा कर रहे हैं। इस मार्ग में आने वाली मुख्य नदियों के नाम निम्न प्रकार से हैं : - गंगा, यमुना, गोमती, रामगंगा, शारदा, गंडक, घागरा, गंडक, कोसी, महानदी आदि ।


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