पहली से 10वीं तक के विद्यार्थियों को छात्रवृति
आठ साल बाद राज्य के सरकारी स्कूलों में पढ़नेवाले बच्चों की प्री मैट्रिक स्कॉलरशिप की राशि बढ़ायी जा रही है. कल्याण विभाग ने एसटी, एससी, पिछड़ा और अल्पसंख्यक वर्ग के पहली से 10वीं तक पढ़नेवाले विद्यार्थियों को दी जानेवाली छात्रवृत्ति की राशि में वृद्धि का प्रस्ताव तैयार किया है. प्रस्ताव में प्री मैट्रिक विद्यार्थियों को तीन श्रेणियों में बांटते हुए छात्रवृत्ति के रूप में सालाना तीन से पांच हजार रुपये तक देने की बात कही गयी है. फिलहाल, प्री मैट्रिक स्कॉलरशिप के रूप में कक्षा एक से 10 तक के विद्यार्थियों को विभिन्न श्रेणियों में 500 से 2250 रुपये तक छात्रवृत्ति दी जाती है. संबंधित प्रस्ताव प्राधिकृत समिति की मंजूरी के लिए भेजा गया है.
40 लाख को मिलती है छात्रवृति प्री मैट्रिक छात्रवृत्ति योजना का लाभ सरकारी स्कूलों में पढ़नेवाले 40 लाख से अधिक विद्यार्थियों को मिलता है. जिन विद्यार्थियों को कल्याण विभाग द्वारा छात्रवृत्ति नहीं दी जाती है, उनके लिए अलग से सीएम विशेष छात्रवृत्ति योजना शुरू की गयी है. कल्याण विभाग द्वारा छात्रवृत्ति की राशि बढ़ाने के प्रस्ताव को मंजूरी मिल गई है |
रांची यूजीसी की ओर से उच्च शिक्षा के तहत चार स्कॉलरशिप योजना के लिए योग्य उम्मीदवारों से आवेदन मांगे गये है. हर योजना के लिए आवेदन की अंतिम तिथि 31 अक्तूबर 2022 है. आवेदन नेशनल स्कॉलरशिप पोर्टल के माध्यम से किया जा सकता है. इस बार सभी छात्रवृत्ति योजनाओं में राशि भी बढ़ायी गयी है.
इशान उदय स्कॉलरशिप: ₹5400 से 7800 तक मिलेंगे
इशान उदय स्कॉलरशिप के तहत कुल 10 हजार विद्यार्थियों को स्कॉलरशिप दी गयी है. पूर्वोत्तर क्षेत्र के विद्यार्थियों के लिए दी जानेवाली यह स्कॉलरशिप जिस राज्य की जितनी आबादी होती है, उसी अनुपात में वहां दी जाती है. इसके तहत विद्यार्थी को किसी मान्यता प्राप्त विवि/ कॉलेज / संस्थान में प्रथम वर्ष में नियमित रूप से नामांकित होना जरूरी है. परिवार की आय साढ़े चार लाख रुपये सालाना होनी चाहिए. सामान्य डिग्रीवाले विद्यार्थी को प्रति माह 5400 रुपये मिलेंगे, जबकि इंजीनियरिंग, मेडिकल या प्रोफेशनल कोर्स के विद्यार्थियों को 7800 रुपये मिलेंगे.
पीजी स्कॉलरशिप फॉर यूनिवर्सिटी रैंक होल्डर्स
इसमें स्नातक में पहला और दूसरा रैंक लानेवाले विद्यार्थी शामिल हो सकते हैं. रैंक सर्टिफिकेट भी दिखाना होगा. साथ ही पीजी में नियमित विद्यार्थी होने का सर्टिफिकेट दिखाना होगा. अब दो वर्ष तक विद्यार्थी को प्रति माह ₹3100 मिलेंगे, पूर्व में ₹2000 मिलते थे.
पीजी स्कॉलरशिप फॉर एससी / एसटी स्टूडेंट्स
इस योजना के तहत वैसे एससी/एसटी कैटेगरी के विद्यार्थी शामिल हो सकेंगे. जो किसी मान्यता प्राप्त संस्थानों से पीजी प्रोफेशनल कोर्स कर रहे होंगे. इसके तहत एमइ / एमटेक के लिए विद्यार्थियों को प्रति माह 7800 रुपये और अन्य के लिए 4500 रुपये प्रति माह छात्रवृत्ति मिलेगी.
पीजी इंदिरा गांधी स्कॉलरशिप फॉर सिंगल गर्ल चाइल्ड
इस स्कॉलरशिप में वैसी छात्रा शामिल हो सकती है, जो अपने माता-पिता की इकलौती संतान हो. साथ ही पीजी प्रथम वर्ष में किसी मान्यताप्राप्त कॉलेज में नियमित रूप से नामांकित हो छात्रा की उम्र 30 साल से अधिक नहीं होनी चाहिए. अब इस योजना के तहत छात्रा को प्रति माह 3100 रुपये मिलेंगे.
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